Wednesday, September 14, 2011


आदरणीय गर्ग साहब,
सादर अभिवादन | पत्रिका के जुलाई,अगस्त,सितम्बर-११
के तीन अंक प्राप्त हुए | आशा है नियमित प्राप्ति सम्भव
होगी | जून अंक में जो कलेवर और सामग्री का परिवर्तन
सुखद आश्चर्य दे रहा था अब नियमित सुखद अनुभूति देने
लगा है | बच्चों और बड़ों के सेतुबन्ध का साहित्यिक परि
वेश बाल साहित्य के स्तर मे एक उल्लेखनीय सुधार लाकर
उन तथाकथित साहित्यकारों की सोच में परिवर्तन लाएगा
जो बालसाहित्य के नाम से नाक भौंह सिकोड़ने लगते हैं |
स्तरीय साहित्यिक सामग्री के प्रकाशन की परमपरा अविचल
रहे यही कामना है | उन्नत उज्ज्वल उत्तराखण्ड को पसन्द
करने के लिये आपके माध्यम से कालिका प्रसाद जी,अश्विनी
कुमार पाठक जी,अशोक अंजुम जी,डा.रमाकांत श्रीवास्तव जी
तथा श्याम नारायण श्रीवास्तव जी को धन्यवाद प्रेषित करना
चाहूंगा जिससे उत्साह वर्धन हुआ | कृप्या पूर्व की भांति -
स्नेह बनाए रखें |    
                      आपका अपना राज सक्सेना,
                        खटीमा-२६२३०८

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